हरियाणा कैडर के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। मंगलवार को उनके आवास पर उनका शव मिलने से प्रशासनिक और पुलिस गलियारों में हड़कंप मच गया। पूरन कुमार हाल ही में हरियाणा में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) के पद पर तैनात थे।
आत्महत्या के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है, लेकिन इस दुखद घटना ने पुलिस प्रशासन को स्तब्ध कर दिया है। घटना की सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। चंडीगढ़ पुलिस की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कंवरदीप कौर ने मौके का मुआयना किया और आवश्यक जांच शुरू की गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
शिक्षा और हालिया तैनाती
वाई पूरन कुमार 201 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी थे। उनकी शैक्षणिक योग्यता काफी प्रभावशाली रही है; उन्होंने इंजीनियरिंग (BE) करने के साथ ही आईआईएम अहमदाबाद से PGDMC (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट कम्युनिकेशंस) भी किया था।
पूरन कुमार को हाल ही में सितंबर माह में ही रोहतक स्थित सुनारिया के पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में ADGP के पद पर तैनात किया गया था। बताया गया है कि घटना के समय वह 7 अक्टूबर तक छुट्टी पर थे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी थी और उनका चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित सरकारी आवास उनका निवास स्थान था।
पत्नी भी हैं सीनियर IAS अधिकारी, विदेश दौरे पर थीं
आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार भी उन्हीं के बैच यानी 2001 बैच की एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। यह एक दुखद संयोग है कि घटना के समय अमनीत पी. कुमार राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान के दौरे पर थीं।
अमनीत पी. कुमार का भी प्रशासनिक करियर काफी शानदार रहा है। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से इतिहास में एमए और आईआईटी मद्रास से हेल्थ इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। वह वर्तमान में हरियाणा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की कमिश्नर और सचिव के पद पर पिछले दो साल से तैनात हैं। इसके अलावा, वह हरियाणा के भविष्य विभाग की आयुक्त एवं सचिव, मत्स्य पालन विभाग और नागरिक उड्डयन विभाग की सचिव जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर भी कार्य कर चुकी हैं।
जांच जारी, सुसाइड नोट नहीं मिला
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एडीजीपी पूरन कुमार के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे आत्महत्या के पीछे के कारणों पर रहस्य और गहरा गया है। पुलिस फिलहाल सभी संभावित पहलुओं, जैसे कि निजी तनाव या पेशेवर दबाव, की जांच कर रही है। घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि घटना से जुड़ी कोई जानकारी मिल सके।
पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक और पुलिस हलकों को झकझोर कर रख दिया है। एक वरिष्ठ और योग्य अधिकारी का इस तरह से अचानक चले जाना विभाग के लिए एक बड़ी क्षति है। पुलिस अधिकारियों ने मीडिया और जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अटकलों या अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच पूरी होने का इंतजार करें।