मुंबई, 06 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान सरकार ने अपने रियाल करेंसी से चार शून्य हटाने का फैसला किया है। आसान भाषा में समझें तो जल्द ही 10,000 रियाल की कीमत केवल 1 रियाल में बदलेगी। इस प्रस्ताव को ईरानी संसद की मंजूरी मिल गई है और इसे दो साल के भीतर लागू किया जाएगा। पुराने रियाल नोट तीन साल तक इस्तेमाल किए जा सकेंगे। इस कदम का मुख्य उद्देश्य उच्च मुद्रास्फीति और मुद्रा के अवमूल्यन से निपटना है। ईरान में पिछले कई वर्षों से मुद्रास्फीति 30-40 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है और मई 2025 में यह 38.7 प्रतिशत दर्ज की गई। रियाल की कीमत इतनी गिर चुकी है कि इंटरनेशनल मार्केट में 1 अमेरिकी डॉलर के लिए लगभग 11,50,000 रियाल की दर है। इससे रोजमर्रा के लेन-देन, बैंक स्टेटमेंट और बिलों में बड़े-बड़े नंबरों का इस्तेमाल होता है, जो जटिल और असुविधाजनक है।
चार शून्य हटाने से लेन-देन आसान होगा और मुद्रा के बड़े नोट छापने व हैंडल करने की लागत कम होगी। इससे डिजिटल पेमेंट और बैंकिंग सिस्टम में भी सुविधा बढ़ेगी क्योंकि बड़ी संख्या के कारण कंप्यूटर और मोबाइल ऐप में जटिलताएं कम होंगी। सरकार का यह भी मानना है कि छोटे नंबर मनोवैज्ञानिक रूप से लोगों के लिए मुद्रा की कीमत को समझना आसान बनाएंगे और उनके वित्तीय फैसलों में मदद करेंगे। हालांकि, यह सुधार महंगाई को सीधे नियंत्रित नहीं करेगा। रियाल का वास्तविक मूल्य वही रहेगा और अगर मुद्रास्फीति पर नियंत्रण नहीं किया गया तो मुद्रा का मूल्य घटता रहेगा। यह केवल मुद्रा की इकाइयों को बदलने का कदम है, जिससे आर्थिक लेन-देन और नोट छपाई में आसानी होगी।