बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी में सामने आए 19 वर्षीय युवती से गैंगरेप के सनसनीखेज मामले की जांच अब विशेष जांच दल (SIT) करेगा। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार की अगुवाई में SIT गठित की है। इस टीम में महिला अधिकारी एडीसीपी नीतू, एक एसीपी और एक निरीक्षक शामिल हैं। जांच टीम को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। फिलहाल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य की तलाश जारी है।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला 6 अप्रैल को दर्ज हुआ था, जिसमें युवती ने 23 युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। गुरुवार को आरोपियों के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर ज्ञापन सौंपा और कई सवाल खड़े किए। उनका कहना है कि यदि छेड़छाड़ और ज़्यादती लंबे समय तक चल रही थी तो पीड़िता ने पहले पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की? उन्होंने आरोप लगाया कि केस के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं और जांच में वीडियो क्लिप्स और इंस्टाग्राम चैट्स को भी सबूत के तौर पर पेश किया गया।
परिजनों ने यह भी दावा किया कि युवती खुद एक आरोपी को मैसेज कर कैफे बुला रही थी और 2 और 3 अप्रैल को उसे घाट पर देखा गया था, जबकि उसका दावा था कि उसे बंधक बनाकर रखा गया था। इन सभी बातों को लेकर SIT गहराई से जांच करेगी। पुलिस कमिश्नर ने आश्वस्त किया कि जांच निष्पक्ष होगी और किसी से भी जबरन पैसे नहीं वसूले जाएंगे।
इस संवेदनशील मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गंभीरता दिखाई है। 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे के दौरान उन्होंने अधिकारियों से केस की पूरी जानकारी ली। उन्होंने पुलिस कमिश्नर, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा न जाए और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं।