बनारस न्यूज डेस्क: यूपी एटीएस ने गुरुवार को वाराणसी से पाकिस्तानी जासूस मोहम्मद तुफैल को गिरफ्तार किया है। तुफैल वाराणसी के नवापुरा और आदमपुरा इलाके का रहने वाला है और चार महीने तक पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी की पत्नी से संपर्क में रहा। जांच में पता चला है कि वह पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता मौलाना शाद रिजवी से जुड़े वीडियो और संदेश वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर करता था। इसके अलावा वह भारत में शरीयत कानून लागू करने और बाबरी मस्जिद का बदला लेने जैसे खतरनाक संदेश भी फैलाता था।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, तुफैल ने दिल्ली और वाराणसी के कई महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की तस्वीरें और जानकारी पाकिस्तान भेजी थीं। इनमें दिल्ली का राजघाट, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया और वाराणसी के नमोघाट तथा ज्ञानवापी शामिल हैं। तुफैल ने वाराणसी में अपने करीबी लोगों को पाकिस्तान के आतंकी संगठन के वॉट्सऐप ग्रुप के लिंक भेजकर उन्हें इस संगठन से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। एजेंसियां अब इस नेटवर्क के और लोगों की पहचान कर रही हैं।
जांच में यह भी पता चला कि तुफैल 600 से अधिक पाकिस्तानी फोन नंबरों से संपर्क में था। वह फेसबुक पर फैसलाबाद की नफीसा नाम की महिला के साथ भी जुड़ा था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में है। यूपी एटीएस ने तुफैल के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज कर वाराणसी से उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि उसने वॉट्सऐप ग्रुप पर गोपनीय दस्तावेज और भारतीय स्मारकों की फोटो भी साझा की थीं।
यूपी एटीएस ने 18 मई को मुरादाबाद से एक और पाकिस्तानी जासूस शहजाद को गिरफ्तार किया था, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था। शहजाद रामपुर के टांडा थाना इलाके का निवासी है और वह चोरी-छिपे सीमा पार से कई सामान लाता-जाता था, ताकि ISI के लिए देश विरोधी काम कर सके। पूछताछ में पता चला कि उसने भारत की सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंटों को दी थीं।