बनारस न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश के वाराणसी से साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। हाल के दिनों में प्रदेश में ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं। ताजा घटना में नेवी से रिटायर सब-लेफ्टिनेंट अनुज और उनकी पत्नी रीना को ठगों ने अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने एक सुनियोजित तरीके से दंपति से 98 लाख रुपये की ठगी की, जो 11 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच की गई।
ठगों ने खुद को ट्राई, सीबीआई और देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ बताते हुए दंपति से संपर्क किया। व्हाट्सएप के जरिए मैसेज, ऑडियो और वीडियो कॉल्स के माध्यम से उन्होंने दंपति को धमकाया। जालसाजों ने जेट एयरवेज के नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग मामले का हवाला देकर उन्हें डराने की कोशिश की और फर्जी एफआईआर की प्रतियां भेजकर मानसिक दबाव बनाया।
इसके बाद ठगों ने अलग-अलग व्हाट्सएप नंबरों से संपर्क किया और दंपति को झूठे केस से नाम हटाने के बदले पैसे की मांग की। डर और दबाव में आकर दंपति ने 98 लाख रुपये विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दिए। ठगों की चालाकी इतनी प्रभावशाली थी कि दंपति को शक करने का मौका ही नहीं मिला।
इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ, जब दंपति ने पुलिस से संपर्क किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वाराणसी के साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और ठगों को पकड़ने के लिए सुराग जुटाए जा रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर डिजिटल सुरक्षा की कमी को उजागर किया है।