वाराणसी न्यूज डेस्क: वाराणसी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने एक बड़ी बरामदगी की है, जिसमें लगभग चार किलो सोने के जेवरात पकड़े गए हैं। इसकी कीमत लगभग चार करोड़ आठ लाख तीन हजार 672 रुपये आंकी गई है। यह सोना प्लेटफार्म नंबर-8 पर एक यात्री के पास से बरामद किया गया है, जो कथित तौर पर पटना में सप्लाई के लिए भेजा जा रहा था।
इस सोने की खास बात यह है कि इसमें जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस भी लगाया गया था, ताकि इसकी लोकेशन का पता लगाया जा सके। लेकिन जब यात्री से दस्तावेज मांगे गए, तो वह पूरे दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका, जिसके बाद जीआरपी ने यात्री और सोने को जब्त कर आयकर विभाग को सौंप दिया है। इस बरामदगी से यह सवाल उठता है कि क्या यह सोना अवैध तरीके से भेजा जा रहा था? आयकर विभाग अब इस मामले की जांच करेगा और यह पता लगाएगा कि यह सोना कहां से आया था और किस मकसद से भेजा जा रहा था।
जीआरपी क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रभात सिंह ने खुलासा किया कि राजकोट, राजस्थान के निवासी राजेश को प्लेटफार्म नंबर 8 पर एस्केलेटर के पास संदिग्ध हालत में पकड़ा गया। वह अहमदाबाद-गोरखपुर एक्सप्रेस से कैंट स्टेशन पहुंचा था और जनरल टिकट पर पटना जाने की तैयारी में था।
जीआरपी जवानों ने राजेश को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वह भागने लगा। जवानों ने दौड़ाकर उसे दबोच लिया। पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह राजकोट में बनाए गए आभूषणों की आपूर्ति बिहार समेत विभिन्न हिस्सों में करता है। वह पहले भी अपने मालिक का सामान पटना के व्यापारियों तक पहुंचा चुका है। राजेश के पास से लगभग चार किलो सोने के जेवरात बरामद हुए हैं, जिनकी कीमत लगभग चार करोड़ आठ लाख तीन हजार 672 रुपये आंकी गई है। यह सोना जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस से लैस था, जिससे इसकी लोकेशन का पता लगाया जा सके।
क्षेत्राधिकारी ने बताया कि कर्मचारी के पास कोई भी अच्छे दस्तावेज नहीं मिला, इसलिए उसे जब्त करके आयकर विभाग को दे दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि बैग में हर पल की निगरानी के लिए जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगा था। इस कार्रवाई में जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत कुमार सिंह और आरपीएफ इंस्पेक्टर संदीप यादव का खास योगदान रहा।