बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती दिखाने के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी का मामला सामने आया है। महाराष्ट्र, असम और कर्नाटक से आए पांच श्रद्धालु जब तय बोट से दशाश्वमेध घाट की ओर जा रहे थे, तभी नाविक ने उन्हें जबरन अस्सी घाट ले जाने की कोशिश की। विरोध करने पर उसने नाव को बीच गंगा में हिलाकर डराने का प्रयास किया और बोट पलटने की धमकी दी। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं की शिकायत पर दशाश्वमेध थाने में नाविक और बोट मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र के अनिल कुमार सदाशिव के अनुसार, वे असम और कर्नाटक के अपने चार अन्य साथियों के साथ गंगा आरती देखने आए थे। उन्होंने तेलियानाला घाट से नाविक दीपक साहनी से दशाश्वमेध घाट तक जाने की बात तय की थी। मगर जब उनकी बोट राजेंद्र प्रसाद घाट पहुंची, तो नाविक ने आगे बढ़ने से मना कर दिया और कहा कि वहां जगह नहीं है। इसके बाद उसने जबरन अस्सी घाट की ओर ले जाने की कोशिश की। श्रद्धालुओं ने जब विरोध किया, तो उसने बहस शुरू कर दी।
स्थिति बिगड़ने पर नाविक ने मोटरबोट को जानबूझकर हिलाना शुरू कर दिया, जिससे श्रद्धालु डर गए। उसने धमकी दी कि अगर ज्यादा शोर मचाया, तो वह नाव पलटकर सभी को गंगा में गिरा देगा। इस पर श्रद्धालुओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया और आसपास के अन्य नाविकों को मदद के लिए बुलाया। तभी जाकर मोटरबोट को दशाश्वमेध घाट पर रोका गया और श्रद्धालु सुरक्षित नीचे उतर सके।
इस घटना के बाद श्रद्धालु दशाश्वमेध थाने पहुंचे और नाविक दीपक साहनी व बोट मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।