वाराणसी। बुधवार की देर रात बीएचयू के गुर्टू हॉस्टल में एमबीए और बीकॉम के छात्रों के बीच भिड़ंत हो गई। कमरों में घुसकर तोड़फोड़ की गई, साथ ही लैपटॉप भी तोड़ दिए गए। बताया जा रहा है कि घटना में दोनों तरफ से सात छात्र घायल हुए हैं। बीकॉम के छात्रों का आरोप है कि रैगिंग का विरोध करने पर उन पर हमला बोला गया। वहीं, एमबीए के छात्रों ने कमरे में घुसकर उन्हें पीटने और लैपटॉप चुराने के आरोप लगाए हैं। अभी दोंनो तरफ की तहरीर के आधार पर लंका थाने की पुलिस ने 11 नामजद सहित 31 अज्ञात के खिलाफ अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने 10 शांतिभंग की आशंका में दस छात्रों का चालान किया है।
पीड़ित बीकॉम ऑनर्स के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्र जयदीप शाह, सुशील कुमार, युवराज ठाकुर और आदर्श तिवारी का आरोप है कि बुधवार की देर रात 3.45 बजे गुर्टू छात्रावास में एमबीए द्वितीय वर्ष दिग्विजय गोंड, कुंदन, हिमालय, आयुष तिवारी, राहुल गौतम, प्रतीक चौधरी, अभिनव गुप्ता, सोम, सत्यम और उनके साथ कुछ बाहरी युवक घुस आए। सबने गाली गलौज की। इसके साथ ही वह दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे और पीटना चालू कर दिया और लैपटॉप तोड़ डाले। शोर मचाने पर सभी वहाँ से भाग गए। वहीं, एमबीए द्वितीय वर्ष के छात्र दिग्विजय गोंड का आरोप है कि बीकॉम तृतीय वर्ष के मंजीत के साथ 30 की संख्या में आए छात्रों ने गाली गलौज करते हुए हॉस्टल में मारपीट शुरू कर दी थी। मारपीट में आयुष तिवारी, प्रतीक चौधरी, अभिनव गुप्ता, आयुष राज और मुझे चोटें आई हैं। कमरे से लैपटॉप भी चोरी हो गया। मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल हो रही है। बता दें कि गुर्टू हॉस्टल के एक हिस्से में एमबीए और दूसरे हिस्से में बीकॉम के छात्र रहते हैं।
लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि दस आरोपियों का शांति भंग की आशंका में चालान किया गया है और मारपीट में घायल सात छात्रों का ट्रामा सेंटर में प्राथमिक उपचार कराया गया है। चीफ प्रोक्टर बीएचयू प्रो. शिव प्रकाश सिंह ने कहा कि, "प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम विश्वविद्यालय के गुर्टू हॉस्टल पर लगा दी गई है। घटना में चार बाहरी छात्र भी पकड़े गए हैं। मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"