वाराणसी न्यूज डेस्क: देशभर के कवि, प्रोफेसर और साहित्यकार, जिसमें बीएचयू के लोग भी शामिल हैं, 10 दिनों में बुद्ध सर्किट का दौरा करेंगे। ‘चरथ भिक्खवे’ नाम से यह सांस्कृतिक यात्रा 15 अक्टूबर से प्रारंभ होगी, जो 12 स्थलों से गुजरेगी, जहां गौतम बुद्ध की विरासत है। यात्रा का कुल समय 10 दिन होगा।
सारनाथ से शुरू होकर यात्रा का पहला पड़ाव बोध गया होगा, जहां गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसके बाद यात्रा राजगीर, पटना, वैशाली, केसरिया, कुशीनगर, लुंबिनी, कपिलवस्तु, श्रावस्ती, अयोध्या, कौशांबी होते हुए 25 अक्टूबर को सारनाथ में समाप्त होगी।
इस सांस्कृतिक यात्रा के संयोजक, बीएचयू हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. सदानंद शाही ने कहा कि गौतम बुद्ध पर एक नई इबारत लिखी जा रही है। हमें उनके पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए मानवता की चर्चा करनी है।
इस यात्रा में कई प्रसिद्ध कवि, लेखक, कलाकार, इतिहासकार और समाज विज्ञानी विभिन्न पड़ावों पर शामिल होंगे। यात्रा का उद्देश्य भगवान बुद्ध के विभिन्न पड़ावों पर रहने वाले लोगों के साथ संवाद करना भी है, जिससे हमें कई नई जानकारियाँ प्राप्त हो सकती हैं।
इस यात्रा के दौरान जो भी अनुभव और जानकारी प्राप्त होगी, उसे पूरे विश्व में साझा करना है ताकि विश्व शांति का उद्देश्य बेहतर ढंग से हासिल किया जा सके। यात्रा के दौरान कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है। 15 अक्टूबर को सुबह सारनाथ से इस यात्रा का आगाज होगा।