बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के दशाश्वमेध घाट इलाके में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नाबालिग लड़के को सिर्फ उसके धर्म के आधार पर पीटा गया। जानकारी के मुताबिक, युवक गंगा आरती के बाद घाट पर टहल रहा था, तभी एक लड़की से अनजाने में हाथ टच हो गया। इसी दौरान 8-10 युवकों ने घेर लिया और उस पर शक जताते हुए उसका नाम और धर्म पूछा। जैसे ही उसने अपना नाम और मुस्लिम धर्म बताया, उन लोगों ने उसे रॉड, लाठी और डंडों से पीटना शुरू कर दिया।
आरोप है कि युवक को घाट से खींचकर गंगा सेवा निधि के एक कमरे में ले जाया गया, जहां करीब दो घंटे तक उसे बंधक बनाकर बेरहमी से मारा गया। बाद में आरोपी उसे सीढ़ियों पर फेंककर फरार हो गए। कुछ देर बाद होश में आने पर युवक किसी तरह अपने घर पहुंचा और परिवार को घटना की जानकारी दी। शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे, जिसके बाद परिजन उसे लेकर पुलिस थाने पहुंचे और फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की है। तीन आरोपियों—शिवम गुप्ता, सुशांत मिश्रा और हनुमान यादव—के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। फिलहाल इनकी तलाश जारी है। जांच को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामला एटीएस को सौंप दिया है, जिसने घटनास्थल पर पहुंचकर पूछताछ भी शुरू कर दी है।
घायल नाबालिग के माता-पिता का आरोप है कि उनके बेटे के साथ बर्बरता की गई, जबकि उसने गलती मानकर माफी भी मांग ली थी। पिता ने बताया कि उनका बेटा पहले नाना के घर रहता था और हाल ही में काम के सिलसिले में दालमंडी आया था। मां ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब उल्टा उनके बेटे पर ही आरोप लगाए जा रहे हैं। परिवार ने निष्पक्ष जांच और इंसाफ की मांग की है।