वाराणसी न्यूज डेस्क: बलिया में जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि संदिग्ध लड़की की उम्र लगभग 20 साल है। वह बनारस से छपरा की ओर जा रही ट्रेन संख्या 05446 में यात्रा कर रही थी। यात्रियों ने उसके बैग में रखा सामान देखा, जिससे वे चौंक गए।
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक ट्रेन में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक लड़की के पास से 700 से ज्यादा जिंदा कारतूस मिले। पुलिस के अनुसार, बुधवार को एक पैसेंजर ट्रेन बिहार के छपरा की दिशा में जा रही थी, जिसमें सवार इस लड़की के कब्जे से 750 कारतूस बरामद किए गए हैं।
बलिया में जीआरपी थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव ने जानकारी दी कि आरोपी युवती की उम्र करीब 20 वर्ष है। वह बनारस से छपरा जा रही ट्रेन संख्या 05446 में यात्रा कर रही थी। किसी ने जब देखा कि वह .315 बोर के 750 कारतूस ले जा रही है, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद, बलिया रेलवे स्टेशन पर राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) की टीम ने उसे पकड़ लिया।
राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र यादव ने पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया कि महिला का नाम मनीता सिंह है, जो मिर्जापुर जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के नदिहार गांव की निवासी है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये कारतूस वाराणसी से चलने वाली ट्रेन में सफर कर रही युवती के बैग में मिले।
पूछताछ के दौरान आरोपी युवती ने पुलिस को बताया कि वह कारतूस छपरा ले जाने के लिए जा रही थी। इंस्पेक्टर यादव ने बताया कि युवती के अनुसार, गाजीपुर के अंकित कुमार पांडेय और रोशन यादव नाम के दो व्यक्तियों ने उसे ये कारतूस छपरा पहुंचाने के लिए कहा था।
थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि मामले की पूरी जांच चल रही है और पुलिस अंकित कुमार पांडेय और रोशन यादव को पकड़ने की कोशिश कर रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 28 सितंबर को बलिया रेलवे स्टेशन से 825 कारतूस जब्त किए गए थे, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।