वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नदेसर स्थित छोटी कटिंग मेमोरियल मैदान में विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल होने पहुंचे है। यहां प्रधानमंत्री मोदी, पीएम आवास, पीएम स्वनिधि, पीएम उज्ज्वला जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया है। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' एक प्रकार से मेरी भी कसौटी है कि मैं जो काम कर रहा जैसा मैने चाहा था वो हुआ कि नहीं जिसके लिए योजना है उसको लाभ मिला या नहीं।
पीएम ने आगे कहा,'विकसित भारत संकल्प यात्रा', ये बहुत बड़ा सपना है, बहुत बड़ा संकल्प है और अपने ही प्रयासों से हमें इस संकलेप को सिद्ध करना है। ये विकसित भारत संकल्प यात्रा गई, वहां सराकरी अफसरों पर सकरात्मक प्रभाव पड़ा है।
पीएम मोदी ने कहा, सरकार जो योजना बनाती है जिसके लिए बनाती है, सही समय पर वो योजना उस तक पहुंचे। अगर पीएम आवास योजना है तो जिसकी झुग्गी झोपड़ी है उसका घर बनाना चहिए। अब तक करीब 4 करोड़ परिवारों को पक्का घर मिल चुका है। हमने तय किया है कि देश भर हम जाए जो सरकार की योजना है उनसे सुने कि उन्हें क्या-क्या मिला कैसे मिला कोई कठिनाई तो नहीं हुई, रिश्वत तो नहीं लिया गया, जितना मिलना कम तो नहीं मिला।
पीएम ने कहा, अभी मैं कुछ साथियों से मिला जिन्होंने आयुष्मान कार्ड के योजनाओं का फायदा उठा के इलाज करा रहे और सरकार जब से आयुष्मान कार्ड योजन आई है बहुत से लोगों ने ऑपरेशन कराया है। पीएम ने कहा, अगर हम इस समय, 140 करोड़ देशवासी, इस मिजाज से भर जाएं कि अब हमें देश को आगे ले जाना है, हर किसी की जिंदगी बदलनी है, हर किसी के शक्ति का सम्मान होना चाहिए...अगर हमने आज ये बीज बो लिया तो 2047 में 'विकसित भारत' बन जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, जब बैंक सामने से पैसा देता है, तब लोगों का विश्वास बढ़ जाता है कि ये बैंक मेरा है। मैं चाहता हूं कि हिंदुस्तान के हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि ये रेलवे मेरा है, अस्पताल मेरा है, ये ऑफिस अब मेरा है, ये देश मेरा है। ये भाव जब जगता है, तब देश के लिए कुछ करने की इच्छा भी जग जाती है।