बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के रमना इलाके में नागपंचमी के अवसर पर पारंपरिक जोड़ी गदा और कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन धूमधाम से हुआ। स्वामी वितरंगानंद कुटिया में आयोजित इस कार्यक्रम में आसपास के गांवों और कस्बों से लगभग 30 पहलवानों ने शिरकत की। कार्यक्रम ने न केवल ग्रामीण खेल परंपरा को जीवित रखा, बल्कि युवाओं में अखाड़ा संस्कृति के प्रति उत्साह भी पैदा किया।
संजय बाबा ने बताया कि यह आयोजन हर साल नागपंचमी पर परंपरा अनुसार होता है। इसमें स्थानीय और क्षेत्रीय पहलवान अपनी ताकत और तकनीक का प्रदर्शन करते हैं। कार्यक्रम में 5 किलो से लेकर 50 किलो तक की जोड़ी गदा रखी गई थी, जिन्हें पहलवान अपनी ताकत के अनुसार उठाते हैं। यह प्रदर्शन न केवल उनके दमखम का परिचायक होता है, बल्कि दर्शकों के लिए भी रोमांचक अनुभव होता है।
कुश्ती प्रतियोगिता में कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। मिट्टी के अखाड़े में पहलवानों ने दांव-पेंच से दर्शकों का दिल जीत लिया। कई युवा पहलवानों ने पहली बार इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे आयोजकों का हौसला भी बढ़ा। स्थानीय लोगों ने भी बड़ी संख्या में पहुंचकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया।
इस आयोजन का उद्देश्य क्षेत्रीय खेलों को बढ़ावा देना और नई पीढ़ी को पहलवानी की ओर आकर्षित करना है। इस तरह के आयोजनों से न केवल ग्रामीण खेल संस्कृति को संबल मिलता है, बल्कि खिलाड़ियों को एक मंच भी मिलता है, जहां वे अपनी ताकत और हुनर को सबके सामने रख सकें।