बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के भदैनी क्षेत्र में 5 नवंबर को हुए सामूहिक हत्याकांड में पुलिस की कार्रवाई को लेकर पीड़ित परिवार ने सवाल उठाए हैं। शारदा देवी, जो कि राजेंद्र गुप्ता की मां हैं, ने पुलिस द्वारा उनके बेटे के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा किए जाने के बाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शारदा देवी का कहना है कि पुलिस ने जिस मकान पर कुर्की की नोटिस चिपकाई है, वह उनके मृतक बेटे के नाम पर दर्ज है, और उनका जीवन यापन इसी घर के किराए से होता है।
5 नवंबर को हुए हत्याकांड में राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बेटे नवनेंद्र, सुबेंद्र और बेटी गौरांगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस को शक है कि यह हत्या राजेंद्र के भतीजे विशाल गुप्ता ने की थी, लेकिन विशाल की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस ने विशाल के फरार होने के कारण उसके खिलाफ कोर्ट से कुर्की की कार्रवाई के लिए आदेश लिया, और उसी के तहत राजेंद्र गुप्ता के घर पर कुर्की का नोटिस चिपका दिया।
शारदा देवी ने कोर्ट में एक आवेदन दायर कर पुलिस की इस कार्रवाई को चुनौती दी है। उनका कहना है कि यह घर उनका निवास स्थान है और इसका किराया वह अपने जीवन यापन के लिए इस्तेमाल करती हैं। शारदा देवी ने यह भी बताया कि पुलिस जिस विशाल गुप्ता को हत्या का आरोपी मान रही है, उसका इस घर से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण करार देते हुए कोर्ट से उचित निर्देश देने की अपील की है।
पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच करते हुए विशाल गुप्ता को मुख्य आरोपी बनाया है और उस पर गिरफ्तारी का दबाव बनाने के लिए कुर्की की कार्रवाई की है। 5 नवंबर को वाराणसी के भदैनी इलाके में हुई हत्या के बाद, राजेंद्र गुप्ता का शव उनके दूसरे घर से 20 किलोमीटर दूर रोहनिया स्थित आवास से मिला था। पुलिस ने विशाल गुप्ता के खिलाफ हत्या के आरोप लगाए हैं और हत्या के पीछे की वजह रंजिश को बताया है, जो कि विक्की के माता-पिता की हत्या के मामले से जुड़ी हुई है।
पुलिस ने फिलहाल विशाल गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। इस बीच, शारदा देवी ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि उनके घर की कुर्की की कार्रवाई को रोका जाए, ताकि उनका जीवन यापन प्रभावित न हो। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर अब तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई है, लेकिन मामले की जांच जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।