देवाधिदेव महादेव के नव्य, भव्य और दिव्य धाम में दुनियाभर से पहुंच रहे भक्तों को सुविधा संपन्न करने के लिए गंगा द्वार से मुख्य सड़क तक काशी विश्वनाथ धाम के स्वरूपविस्तार किया जाएगा। माता पार्वती के स्वरूप में विराजमान विशालाक्षी देवी मंदिर तक धाम की सीमाएं पहुंचेंगी और गलियों से घिरे काशीपुराधिपति के आंगन तक एक नया गलियारा भी बनाया जाएगा। फिलहाल विस्तारीकरण के लिए मंदिर प्रशासन ने गंगा द्वार की ओर से 12 हजार वर्गफीट जमीन की खरीद कर ली है। गेट नंबर-4 के पास पार्किंग के साथ ही नई सड़क से दशाश्वमेध थाना और सोनार गली को मिलाते हुए काशी आने वाले वीआईपी के लिए नए गलियारे के निर्माण का सर्वे करा लिया गया है। उम्मीद है कि मार्च के पहले तक धर्मार्थ कार्य विभाग काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के लिए नया बजट जारी करेगा।
दरअसल, काशी विश्वनाथ धाम के नए स्वरुप में सामने आने के बाद यहां प्रतिदिन 80 हजार से दो लाख और विशेष मौकों पर छह लाख से ज्यादा श्रद्धालु महादेव को शीश नवाने पहुंच रहे हैं। भीड़ बढ़ने के साथ ही भक्तों की सहूलियत के लिए कई आवश्यकताएं महसूस की जा रही हैं। फिलहाल, मंदिर प्रशासन ने गेट नंबर चार पर धाम की डिस्पेंसरी के बगले वाले घुमी हुई सड़क के किनारे की जगह को पार्किंग के लिए चिन्हित किया है। यहां मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।
वर्तमान में गेट नंबर चार के सामने से लेकर सड़क अफसरों और वीआईपी तक की गाड़ी बेतरतीब तरीके से खड़ी होती है। इससे श्रद्धालुओं को आवागमन से लेकर दर्शन तक में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। काशी विश्वनाथ धाम के तक जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन अब एक नई सड़क से बांस फाटक के बीच एक गलियारे का निर्माण करेगा। इसमें नई सड़क से आने वाली मुख्य सड़क से दशाश्वमेध थाने के बगल से सोनारगली होते हुए बांस फाटक जाने वाली सड़क को चौड़ा किया जाएगा। इस गलियारे को वीआईपी एंट्री के साथ ही विशेष मौकों पर भीड़ नियंत्रण के लिए भी उपयोग किया जाएगा। इस गलियारे के लिए कुछ मकानों के खरीद की जरूरत है, फिलहाल सर्वे के बाद मकानों की खरीद का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।
मंदिर प्रशासन ने नेपाली मंदिर से राजराजेश्वरी मंदिर से वैदिक भवन के पीछे तक के हिस्से में स्थित पूजा गेस्ट हाउस सहित कई भवनों की खरीद कर ली गई है। करीब 12 हजार वर्गफीट जमीन पर श्रद्धालु सुविधाएं विकसित करने के लिए मंदिर प्रशासन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहा है। यहां होटल, गेस्ट हाउस के साथ ही अन्य श्रद्धालु सुविधाओं के विस्तार पर भी अध्ययन कराया जा रहा है। फरवरी के पहले सप्ताह तक यहां होने वाले निर्माण पर निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
काशी विश्वनाथ धाम के पास स्थित विशालाक्षी मंदिर तक गली को चौड़ी किया जाएगा। इसके लिए भवनों की खरीद के लिए सर्वे शुरू किया गया है। दरअसल, धाम के निर्माण के बाद पार्वती स्वरुप में विराजमान माता विशालाक्षी मंदिर तक जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ऐसे में विशालाक्षी मंदिर तक धाम की सीमाओं में विस्तार करते हुए यहां के मार्ग को सुगम करने की योजना है। मार्च तक इस योजना के धरातल पर उतरने की उम्मीद है। काशी विश्वनाथ धाम तक आने वाले भक्तों की सहूलियत के लिए कई योजनाओं को धरातल पर उतारने की तैयारी है। गंगा द्वार की ओर 12 हजार वर्गफीट जमीन की खरीद कर ली गई है। गेट नंबर चार के पास पार्किंग, नई सड़क से सोनार गली होते हुए कॉरिडोर और विशालाक्षी मंदिर तक पहुंचने के मार्ग को सुगम किया जाएगा। धर्मार्थ कार्य विभाग से इसके लिए बजट की मांग की जाएगी।