भारत सरकार ने लोकसभा में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास कर दिया है। इस बिल के तहत सरकार अब उन ऐप्स और वेबसाइट्स पर सख्त कार्रवाई करने जा रही है, जिनमें पैसे का लेन-देन होता है। खासतौर पर ऐसे प्लेटफॉर्म्स जो यूज़र्स को रातों-रात करोड़पति बनने का सपना दिखाते हैं और बदले में उनसे पैसे लगवाते हैं। इस बिल के आने के बाद अब My11Circle, Dream11, MPL जैसे फैंटेसी और रियल मनी गेमिंग ऐप्स पर बैन का खतरा मंडरा रहा है।
क्या My11Circle पर लगेगा बैन?
My11Circle एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो यूज़र्स को क्रिकेट और अन्य खेलों पर अपनी टीम बनाकर पैसे लगाने का मौका देता है। इस ऐप पर लाइव मैच के दौरान खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस के आधार पर पॉइंट्स मिलते हैं और जो यूज़र सबसे ज्यादा पॉइंट्स लाता है, उसे कैश रिवॉर्ड दिया जाता है। लेकिन अगर टीम अच्छा प्रदर्शन नहीं करती, तो यूज़र का पैसा डूब जाता है।
सरकार का मानना है कि इस तरह के प्लेटफॉर्म्स, सट्टेबाजी के डिजिटल रूप बन चुके हैं। ये ऐप्स भले ही “स्किल बेस्ड गेम्स” होने का दावा करते हैं, लेकिन इनमें पैसे लगाना और हारना-जीतना जुए की श्रेणी में आता है। यही कारण है कि My11Circle जैसे ऐप्स अब रियल मनी गेम्स की कैटेगिरी में आएंगे और उन पर बैन लगाया जा सकता है।
क्यों उठाया सरकार ने ये कदम?
पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन रियल मनी गेम्स के कारण कई परिवारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। युवा वर्ग, खासकर स्टूडेंट्स और बेरोजगार लोग, इन ऐप्स पर करोड़पति बनने के लालच में अपनी जिम्मेदारियों और जमा पूंजी तक गवां चुके हैं। कई मामलों में आत्महत्या जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं।
सरकार ने इन्हीं गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए बिल में ये प्रावधान रखा है कि:
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रियल मनी गेम्स को बैन किया जाएगा।
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ऐसे ऐप्स का प्रचार, प्रसार और विज्ञापन करना भी गैरकानूनी होगा।
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नियमों के उल्लंघन पर 3 साल तक की जेल या 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
ई-स्पोर्ट्स को मिलेगा बढ़ावा
बिल का दूसरा पहलू यह है कि सरकार ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेम्स को प्रमोट करना चाहती है। ऐसे गेम्स जिनमें पैसे का कोई लेन-देन नहीं होता, जैसे कि कैंडी क्रश, लूडो किंग, चेस, आदि को सरकार आगे बढ़ाएगी। ई-स्पोर्ट्स को एक कैरियर और स्पोर्ट्स एक्टिविटी के तौर पर डेवलप किया जाएगा।
ऑनलाइन गेमिंग को दो कैटेगिरी में बांटा गया है:
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ई-स्पोर्ट्स और नॉन-मनी गेम्स – इनमें यूज़र्स का पैसा शामिल नहीं होता। इन्हें सरकार समर्थन देगी।
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रियल मनी गेम्स – जिनमें पैसे लगाने और जीतने-हारने का तत्व होता है। इन्हें अब प्रतिबंधित किया जाएगा।
निष्कर्ष
ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 भारत में गेमिंग इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्रांति साबित हो सकता है। यह एक ऐसा कदम है जो जहां एक ओर सामाजिक सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखता है, वहीं दूसरी ओर कुशल और रचनात्मक गेमिंग सेक्टर को बढ़ावा देने की दिशा में बढ़ता है।
अब यह देखना होगा कि My11Circle, Dream11 और MPL जैसे प्लेटफॉर्म इस बदलाव के बाद खुद को कैसे ढालते हैं या फिर उनका सफर यहीं थम जाता है। यूज़र्स के लिए यह सही समय है कि वे लालच से बाहर निकलें और गेमिंग को मनोरंजन या करियर विकल्प के रूप में अपनाएं, न कि जुए के रूप में।