मुंबई, 02 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल ने बुधवार रात बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के पूर्व सीनेटर मुश्ताक अहमद खान को हिरासत में ले लिया। वे पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के साथ मानवीय राहत सामग्री से भरे जहाजों के बेड़े के जरिए गाजा जा रहे थे। इस छापेमारी में 37 देशों के 150 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया, जो कुल 47 जहाजों वाले समुद्री फ्लोटिला का हिस्सा थे। इनका उद्देश्य इजराइल की नाकाबंदी को तोड़कर गाजा तक मदद पहुंचाना था। इजराइली विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि सभी जहाज सुरक्षित रोके गए हैं और यात्रियों को बंदरगाह पर भेजा जा रहा है। ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित बताए गए हैं।
फ्लोटिला के प्रवक्ताओं ने बताया कि अब तक 13 जहाजों को इजराइली फोर्स ने रोक लिया है, लेकिन करीब 30 जहाज अब भी गाजा की ओर बढ़ रहे हैं। देर रात गाजा समयानुसार 8:30 बजे कई जहाजों को कब्जे में ले लिया गया और कुछ से संपर्क टूट गया। इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इजराइल ने 40 जहाजों पर हमला कर 450 से ज्यादा लोगों की सुरक्षा खतरे में डाली है। उन्होंने हिरासत में लिए गए सभी लोगों की रिहाई की मांग की और इस कार्रवाई को क्रूर बताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी इसे गाजा की नाकाबंदी और आक्रामकता का हिस्सा करार दिया।
तुर्की ने इस कार्रवाई को आतंकवाद जैसा बताया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है। वहीं दक्षिण अफ्रीका ने संयम बरतने और बेड़े में शामिल निहत्थे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की। ग्रीस और इटली ने भी इजराइल से यात्रियों की सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे यात्रा रोक दें क्योंकि इससे गाजा शांति वार्ता प्रभावित हो सकती है। स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने कहा कि ये कार्यकर्ता किसी तरह का खतरा नहीं हैं और उम्मीद जताई कि इजराइल भी इन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएगा। यह पहला मौका नहीं है जब ग्रेटा थनबर्ग को गाजा जाते समय पकड़ा गया हो। इससे पहले जून में भी इजराइल ने उन्हें और 11 अन्य लोगों को मेडलीन नाम के जहाज पर हिरासत में लिया था। उस वक्त सभी को जहाज सहित कब्जे में लेने के बाद प्लेन से वापस भेज दिया गया था। अब एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी है।