बीएचयू : उर्दू विभाग के आमंत्रण पत्र से महामना की तस्वीर "नदारद'', छात्रों ने जताई आपत्ति
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में उर्दू दिवस पर आयोजित वेबिनार के आमंत्रण पत्र पर विवाद हो गया है। उर्दू विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर की जगह अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगी है। इसका विरोध छात्रों ने शुरू कर दिया है। माहौल को देखते हुए कला संकाय के डीन प्रो. विजय बहादुर सिंह ने इस पर खेद प्रकट किया है। उर्दू विभाग के अध्यक्ष आफताब अहमद को जांच के लिए और जवाब देने के लिए कमिटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
उर्दू दिवस पर आयोजित हुआ था वेबिनार
कला संकाय प्रमुख प्रो. विजय बहादुर सिंह ने बताया कि उर्दू दिवस पर उर्दू विभाग के अध्यक्ष आफताब अहमद के द्वारा एक वेबिनार आयोजित कराया गया था। उसके आमंत्रण पत्र में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर नदारद थी। इस बात की शिकायत छात्रों ने की। जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला, उन्होंने इस बात का संज्ञान लेकर उर्दू विभाग के अध्यक्ष आफताब अहमद से बात की।आफताब अहमद ने इसे इसे एक भूल माना है और तत्काल ही इस पूरे मसले पर माफी मांग ली है। साथ ही उर्दू विभाग के अध्यक्ष आफताब अहमद को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।
छात्रों ने की कार्रवाई की मांग
वहीं इस पूरे मुद्दे पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र काफी आक्रोशित हैं। शोधछात्र पतंजलि पांडेय ने बताया कि इससे पहले भी भूगोल विभाग की महिला प्रोफेसर ने भारत के नक़्शे को गलत दिखाया था। उस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। बीएचयू का उर्दू विभाग इस तरह की सोच में चार कदम आगे है। यहां कभी किसी कार्यक्रम में बीएचयू के कुलगीत भी नहीं गाया जाता। उर्दू दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम के आमंत्रण की तस्वीर से महामना की फोटो को सोच-समझकर हटाया गया है। इस पूरे घटनाक्रम पर यूपी भाजपा के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने संज्ञान लिया है और पूरी जानकारी संगठन के लोगों को दी है।