बिहार में टेक्नोलॉजी और सूचना प्रौद्योगिकी का एक नया युग शुरू होने जा रहा है। अब वह समय दूर नहीं जब राज्य के युवा IT सेक्टर में भी बड़े शहरों के युवाओं की तरह तरक्की की राह पर आगे बढ़ेंगे। इस दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की गई है। मुजफ्फरपुर के बेला इंडस्ट्रियल एरिया में सुपरसेवा ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक एक प्रतिष्ठित IT कंपनी ने अपने नए यूनिट की नींव रख दी है। यह केवल एक यूनिट की शुरुआत नहीं है, बल्कि बिहार के IT भविष्य की मजबूत नींव भी है।
इस यूनिट की आधारशिला बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मान्टू ने रखी। यह अवसर बिहार के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण रहा क्योंकि पहली बार किसी बड़ी IT कंपनी ने पटना के बाहर निवेश करने का निर्णय लिया है। यह कदम राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस विज़न का हिस्सा है जिसमें उन्होंने युवाओं को बिहार में ही रोजगार देने की बात कही थी। अब यह सपना धीरे-धीरे साकार होता नजर आ रहा है।
मुजफ्फरपुर में IT क्रांति की शुरुआत
सुपरसेवा ग्लोबल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की गिनती देश की शीर्ष आईटी कंपनियों में होती है। यह कंपनी पहले से ही अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के 16 बड़े शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है। Adobe, Microsoft, IBM, Wipro, DLF, P&G, Optum और Barclays जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स इसके प्रमुख ग्राहक हैं। अब जब यह कंपनी बिहार के मुजफ्फरपुर में अपने यूनिट की स्थापना कर रही है, तो इससे पूरे उत्तर बिहार के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर खुलेगा।
कंपनी के CEO कमुद शर्मा के अनुसार, शुरू में 8 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है और अगले 5 वर्षों में यह बढ़कर 20 से 25 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। इस निवेश से सैकड़ों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। साथ ही, यह क्षेत्र तकनीकी रूप से भी विकसित होगा।
बिहार बन रहा IT का नया गढ़
राज्य सरकार ने ‘बिहार IT नीति 2024’ के तहत IT कंपनियों को कई रियायतें देने की योजना बनाई है। कंपनियों को सस्ती दरों पर जमीन उपलब्ध कराई जा रही है और उनके निवेश पर टैक्स में विशेष छूट दी जा रही है। खास बात यह है कि जो कंपनियां पटना और दानापुर के बाहर निवेश करेंगी, उन्हें 10 प्रतिशत अतिरिक्त रियायतें दी जाएंगी। यही कारण है कि सुपरसेवा जैसी कंपनी ने मुजफ्फरपुर को अपना गंतव्य बनाया है।
IT विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि राज्य के सभी हिस्सों में समान विकास हो और युवाओं को अपने घर के पास ही रोजगार के अवसर प्राप्त हों। सरकार का यह प्रयास IT सेक्टर में आत्मनिर्भर बिहार की दिशा में मजबूत कदम है।
रोजगार की नयी रोशनी
इस परियोजना के चालू होने से युवाओं को बाहर के महानगरों में पलायन करने की आवश्यकता कम होगी। बिहार के छात्र और तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवा अब अपने राज्य में ही नामी कंपनियों में काम कर पाएंगे। इससे राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को न केवल अपने परिवार के पास रहने का मौका मिलेगा, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी उनका योगदान बढ़ेगा।
इसके अलावा, IT कंपनियों की उपस्थिति से क्षेत्र में दूसरी सेवाएं भी तेज़ी से विकसित होंगी जैसे रियल एस्टेट, परिवहन, होटल, खानपान और प्रशिक्षण संस्थान। इनसे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
भविष्य की ओर एक सशक्त कदम
सुपरसेवा कंपनी का मुजफ्फरपुर में आगमन केवल एक कारोबारी कदम नहीं, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी बदलाव की शुरुआत है। यह बिहार को तकनीकी दुनिया के नक्शे पर लाने की दिशा में बड़ा प्रयास है।
इस परियोजना का प्रभाव आने वाले वर्षों में और अधिक गहराई से महसूस किया जाएगा। अगर सरकार इसी तरह कंपनियों को प्रोत्साहन देती रही और कंपनियां भी बिहार में विश्वास जताती रहीं, तो वह दिन दूर नहीं जब पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया जैसे शहर IT इंडस्ट्री के नए केंद्र बनकर उभरेंगे।
निष्कर्ष
मुजफ्फरपुर में सुपरसेवा ग्लोबल सर्विसेज का यूनिट बिहार के IT सेक्टर के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि राज्य की छवि भी बदलेगी। इस पहल से स्पष्ट है कि बिहार अब केवल कृषि और शिक्षा का राज्य नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का भी नया केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।