वाराणसी। देव दीपावली को देखने के लिए हर साल देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक बनारस के घाट पर पहुंचते हैं। इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए पर्यटकों में इतना उत्साह होता है कि 6 महीने पहले से ही घाटों पर नावों और होटल की बंपर बुकिंग शुरू हो जाती है। कुछ नाव और बजड़ों को तो लाखों रुपये में घाटों के इस दीपोत्सव को देखने के लिए बुक कर दिया जाता है। ऐसे में इस बार भी देव दीपावली को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। वाराणसी के देव दीपावली को देखने के लिए हर साल देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक बनारस के घाट पर पहुंचते हैं। इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए पर्यटकों में इतना उत्साह होता है कि 6 महीने पहले से ही घाटों पर नावों और होटल की बंपर बुकिंग शुरू हो जाती है। कुछ नाव और बजड़ों को तो लाखों रुपये में घाटों के इस दीपोत्सव को देखने के लिए बुक कर दिया जाता है। ऐसे में इस बार भी देव दीपावली को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
होटल इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारी इसबार पर्यटकों को और किफायती रेट में कमरे की बुकिंग कर रहे हैं। शहर के अधिकांश होटल और लॉज के कमरे 90 प्रतिशत तक बुक हो चुके हैं। होटल और लॉज को ऑनलाइन बुकिंग करने वाली साइट भी अभी से कमरे का स्टेटस फूल दिखा रहे हैं। ऑनलाइन बुकिंग फूल दिखाने से पर्यटक दुगुने रेट में भी कमरा बुक करवा रहे हैं। देव दीपावली के चलते होटल कारोबारी गदगद हैं।सामान्य दिनों की अपेक्षा देवदीपावली पर तीन गुने रेट में पर्यटक होटल और गेस्ट हाउस बुक कर रहे हैं। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने बताया कि आम दिनों की अपेक्षा देव दीपावली पर तीन गुने रेट में पर्यटक होटल लॉज में कमरा बुक कर रहे हैं। गंगा किनारे घाटों पर स्थित लॉज और होटल दोगुने रेट में पर्यटक बुक कर रहे हैं। डबल बेड का कमरा 6000 तक ऑनलाइन बुकिंग हो रही है। ऑनलाइन बुकिंग में अधिकतर कंपनियां बुकिंग फूल दिखा रही है।
देव दीपावली पर गंगा के सभी घाटों और दूसरे किनारों की अलौकिक सजावट होती है। अलग-अलग घाटों पर समितियां दीपक जलाती हैं तो पर्यटन विभाग तेल, दीया और बाती का इंतजाम करता है। घाटों के साथ दूसरे छोर की सजावट का जिम्मा भी पर्यटन विभाग पर ही रहता है। इस दौरान घाटों, गंगा में नावों और बजड़ों पर ऐसा प्रतीत होता है मानो सारे लोग आ पड़े हों।