बनारस न्यूज डेस्क: लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल तेजी से निर्माणाधीन है। 75000 वर्ग मीटर में बन रहे इस तीन मंजिला टर्मिनल के तैयार होने में तीन साल का समय लगेगा। नए टर्मिनल की क्षमता पांच हजार यात्रियों की होगी और सालाना एक से डेढ़ करोड़ यात्रियों की आवाजाही सम्भव होगी। इसके साथ ही, यह टर्मिनल हर घंटे 38 विमानों के संचालन और 36 विमानों की पार्किंग में सक्षम होगा। वाराणसी और पूर्वांचल के यात्रियों के लिए यह एक बड़ी सुविधा होगी।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के लिए 2870 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। विस्तारीकरण के लिए 360 एकड़ भूमि में से 180 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है। आसपास के गांवों घमहापुर, रघुनाथपुर, कर्मी, सगुनहा और बसनी के किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा भी दिया गया है। वर्तमान में एयरपोर्ट पर रोजाना 60-70 विमानों और 10-12 हजार यात्रियों की आवाजाही होती है, जो नए टर्मिनल बनने के बाद दोगुनी हो जाएगी।
नए टर्मिनल में अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इनमें 8 एयरो ब्रिज, 72 चेक-इन काउंटर, रनवे विस्तार, आईएलएस कैट थ्री प्रणाली, विमान हेंगर, रडार सिस्टम और कार्गो टर्मिनल शामिल हैं। यहां बोइंग विमानों के उतरने की भी सुविधा होगी। साथ ही, कोड सी विमानों के लिए 20 अतिरिक्त पार्किंग-वे भी बनाए जा रहे हैं।
यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण तेज गति से चल रहा है। यह पार्किंग 1450 कारों की क्षमता वाली होगी। नए टर्मिनल पर आठ कन्वेयर बेल्ट और पांच एक्स-बीआईएस मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे यात्रियों को आधुनिक और सुगम अनुभव मिलेगा।
एयरपोर्ट के विस्तार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना है। यह परियोजना वाराणसी और पूरे पूर्वांचल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा।