वाराणसी। 4 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही, जिस लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयारियों में जुटा हुआ है। इसी क्रम में बीते शुक्रवार की रात डीएम और एडिशनल सीपी समेत तमाम अधिकारी तैयारियों का जायजा लेने निकले। इस दौरान उन्होंने कांवरियों का रूट देखा और शहर में प्रवेश के बाद दर्शन तक रूटमैप तैयार किया। विगत वर्षों की खामियों पर मंथन करते हए सुधार के निर्देश दिए।
एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने शहर में पडऩे वाले कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा विशेष इंतजाम के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार देर रात डीएम एस राजलिंगम ने एसीपी संतोष सिंह और डीसीपी काशी जोन,ऐसीपी चेतगंज , प्रभारी चेतगंज समेत अन्य अधिकारियों ने कांवरिया लेन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए। हाईवे के कट पर बैरिकेडिंग, शहर में सोमवार को रूट डायवर्जन प्लान पर मंत्रणा की।
सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को पांच जोन और 12 सेक्टर में बांटा गया है। पुलिस कमिश्नरेट के अलावा आसपास के जनपदों से बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी लगाए जाएंगे। सावन के प्रत्येक रविवार की रात से सोमवार की रात तक कमिश्नरेट की फोर्स के अलावा वाराणसी, प्रयागराज व गोरखपुर जोन से 85 दरोगा, 600 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबल और छह डिप्टी एसपी के साथ ही पीएसी के दो उप सेनानायक सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। पुलिस कर्मियों के साथ तीन कंपनी पीएसी के जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किए जाएंगे।
गंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जल पुलिस और एनडीआरएफ के अलावा पीएसी के बाढ़ राहत दल की दो कंपनी के जवान तैनात होंगे। गोदौलिया से मैदागिन क्षेत्र में बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और दमकल कर्मियों के अलावा स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के कर्मचारी माहौल पर नजर रखेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के 25 कमांडो भी रहेंगे।