बनारस न्यूज डेस्क: यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में नकल रोकने के लिए कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति के नियम सख्त कर दिए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर 50% स्टाफ आंतरिक और 50% बाहरी स्कूलों से होगा। कक्ष निरीक्षक ड्यूटी शुरू करने से पहले कक्ष की तलाशी लेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि कक्ष में कोई आपत्तिजनक सामग्री या पोस्टर न हो।
परीक्षा में फर्जी शिक्षकों की तैनाती रोकने के लिए क्यूआर कोड वाले परिचय पत्र अनिवार्य किए गए हैं। इन परिचय पत्रों में शिक्षक का नाम, ड्यूटी स्थान, फोटो, विद्यालय का नाम, अध्यापन का विषय, और अन्य विवरण होंगे। परीक्षाओं के दौरान स्टाफ के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
प्रयागराज बोर्ड ऑफिस से उत्तर पुस्तिकाएं भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही वाराणसी पहुंच जाएंगी। डीआईओएस अवध किशोर सिंह ने बताया कि नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए 50% कक्ष निरीक्षकों को बाहरी विद्यालयों से तैनात किया जाएगा।
परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए एचडी नाइट विजन कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे रात के समय केंद्र की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। स्ट्रांग रूम के प्रवेश द्वार और अंदर की गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए विशेष रूप से कैमरे लगाए जाएंगे।
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक चलेंगी। जिले में परीक्षा के लिए 125 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 92,563 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। सभी केंद्राध्यक्षों को जल्द से जल्द कैमरे लगवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बनी रहे।