मुंबई, 26 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे, जहां उन्होंने वडोदरा, दाहोद और भुज में रोड शो और जनसभाएं कीं। भुज में अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि भारत की ओर आंख उठाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी हद में रहे, सुख-चैन से जिए और अपने हिस्से की रोटी खाए, वरना मेरी गोली तो है ही। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को समझना होगा कि आतंकवाद को पालना उसके लिए ही विनाशकारी साबित होगा। दाहोद में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जब आतंकियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी, तो हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों को जमींदोज कर दिया। उन्होंने कहा कि जब हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश की जाएगी तो उसका अंजाम भी तय होता है। आतंक फैलाने वालों ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से टकराना कितना मुश्किल हो सकता है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 9 मई की रात कच्छ की सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए थे और उन्हें जवाब भी दिया गया। उन्होंने 1971 के युद्ध की याद दिलाते हुए कहा कि तब कच्छ की माताओं-बहनों ने दुश्मनों को धूल चटा दी थी और कुछ घंटों में रनवे तैयार कर दिए थे। उन्होंने बताया कि कच्छ की इन महिलाओं ने उन्हें आशीर्वाद स्वरूप सिंदूर का पौधा दिया है, जिसे अब प्रधानमंत्री आवास पर लगाया जाएगा और वह एक वटवृक्ष के रूप में विकसित होगा। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने भारत की आर्थिक प्रगति और पाकिस्तान की बदहाली की तुलना करते हुए कहा कि आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद की छाया में जी रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना और सरकार आतंकवाद को बढ़ावा देकर देश की जनता का भविष्य अंधकार में धकेल रही है। पाकिस्तान की जनता को अब आगे आना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने शांति और समृद्धि का रास्ता चुना है और सेना को आतंकियों के खिलाफ पूरी छूट दी गई है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने सीमा पार आतंकियों के नौ ठिकानों को चिह्नित कर 22 मिनट में नष्ट कर दिया और इस कार्रवाई में किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा, जिससे हमारी सेना की क्षमता और अनुशासन का परिचय मिलता है। उन्होंने कहा कि इस अभियान ने पाकिस्तान की एयरवेज को भी आईसीयू में पहुंचा दिया है।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर तंज कसते हुए कहा कि भारत टूरिज्म को बढ़ावा दे रहा है, जबकि पाकिस्तान टेररिज्म को ही टूरिज्म समझता है और यही उसकी सबसे बड़ी भूल है। उन्होंने कहा कि मांडवी जैसे ऐतिहासिक जहाज निर्माण केंद्रों को अब आधुनिक बनाया जा रहा है और भारत अब जहाज निर्माण और निर्यात के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री ने नर्मदा के जल से कच्छ की बदली तस्वीर का उल्लेख करते हुए कहा कि एक समय था जब यहां पानी की भारी कमी थी, लेकिन अब नर्मदा का पानी पहुंचने से यहां की किस्मत बदल गई है। आज कच्छ के लोग अपने ही क्षेत्र में रोजगार पा रहे हैं और दूसरे राज्यों के लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि कच्छ अब देश के ऊर्जा मानचित्र पर उभर चुका है। जहां पहले रेगिस्तान थे, वहां अब सौर ऊर्जा के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स लगाए जा रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि हर घर को पर्याप्त बिजली मिले और बिजली का बिल शून्य हो। इसके लिए पीएम सूर्य घर योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि कच्छ कभी रेगिस्तान था लेकिन अब वह गुजरात का तोरण बन गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कच्छ में भूकंप आया था, तब दुनिया को लगा कि कुछ भी नहीं बचा, लेकिन उन्हें विश्वास था कि कच्छ के लोग फिर से खड़े होंगे और उन्होंने ऐसा कर दिखाया। उन्होंने बताया कि जब नर्मदा का पानी पहली बार कच्छ पहुंचा तो लोगों ने दिवाली जैसा उत्सव मनाया था और यह उनके जीवन का सौभाग्य है कि उन्हें इस कार्य में सहभागी बनने का अवसर मिला। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह 140 करोड़ भारतीयों की भावना की अभिव्यक्ति थी। उन्होंने बताया कि इस अभियान में सीमा पार आतंक के सबसे बड़े ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया गया और पाकिस्तानी सेना को करारा जवाब दिया गया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 'मेक इन इंडिया' की सफलता का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि स्पेन, इटली, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, जर्मनी और जॉम्बिया जैसी जगहों की मेट्रो और ट्रेनें अब भारत में बन रही हैं। यह भारत की बढ़ती उत्पादन क्षमता और वैश्विक पहचान का प्रमाण है।