बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के मोहनसराय, कैंट और लहरतारा इलाके में सड़क चौड़ीकरण के तहत बुधवार को एक बार फिर अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने मंडुवाडीह चौराहे के पास बुलडोजर की मदद से कार्रवाई की, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा मकान और दुकानों के अतिक्रमित हिस्से को हटा दिया गया। इस दौरान विरोध की आशंका को देखते हुए मंडुवाडीह, सिगरा और आसपास के थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात रही।
मंडुवाडीह चौराहे पर 636 मीटर लंबे फ्लाईओवर के निर्माण का प्रस्ताव है, जिस पर लगभग 55 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लोक निर्माण विभाग के मुताबिक, इस मार्ग से हर दिन करीब 15 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। चांदपुर इंडस्ट्रियल एरिया के अधिकांश वाहन इसी चौराहे से होकर निकलते हैं। प्रयागराज से मोहनसराय के रास्ते होते हुए वाहन मंडुवाडीह चौराहे से शहर में प्रवेश करते हैं, जिससे यहां अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है।
मंडुवाडीह चौराहा बनारस रेलवे स्टेशन के पास है, जहां से एक रास्ता सिगरा और महमूरगंज होते हुए रोहनिया की ओर जाता है, जबकि दूसरा रास्ता बरेका और कंदवा के रास्ते मिर्जापुर की ओर जाता है। फुलवरिया-लहरतारा फ्लाईओवर का निर्माण शहर के विकास के साथ-साथ एयरपोर्ट से बीएचयू (35 किमी) तक का सफर आसान बनाने के लिए किया जा रहा है। फ्लाईओवर बनने के बाद इस रूट पर ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक कम होने की उम्मीद है।
मंडुवाडीह चौराहे पर अक्सर लगने वाले जाम से निपटने के लिए पहले ही वाराणसी पुलिस ने इसे वन-वे कर दिया था और दोनों तरफ दो सौ मीटर पर यू-टर्न की व्यवस्था की गई थी। इसके बावजूद जाम की समस्या बरकरार थी। मंडुवाडीह और सुंदरपुर इलाके में ट्रैफिक का दबाव बना रहता है, जिसके चलते सरकार ने यहां चौड़ीकरण और फ्लाईओवर निर्माण की मंजूरी दी है।