बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के आईएमएस बीएचयू में स्वास्थ्य मंत्रालय के तत्वावधान में छह दिवसीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें देशभर के विभिन्न अस्पतालों के अधीक्षकों को आपदा के समय आने वाली चुनौतियों से निपटने की रणनीति सिखाई गई। भूकंप, आग जैसी आपदाओं के दौरान मरीजों को सुरक्षित बचाने और तुरंत इलाज मुहैया कराने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा हुई।
प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने बताया कि अस्पतालों को आपदा से पहले कैसे तैयार रहना चाहिए। गंभीर मरीजों को सुरक्षित निकालने और आपातकालीन उपचार की प्रक्रिया पर जोर दिया गया। चौकाघाट स्थित एनडीआरएफ सेंटर में सभी प्रतिभागियों को ले जाया गया, जहां उन्हें आपदा के समय राहत कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव कराया गया।
कार्यशाला के दौरान एनडीआरएफ के डीआईजी मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान डॉ. नवीन शर्मा, डॉ. विवेक, डॉ. संतोष सहित कई विशेषज्ञों ने आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी। कार्यक्रम में ट्रॉमा सेंटर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. सौरभ सिंह, डिप्टी एमएस प्रो. राजेश मीणा, नोडल अधिकारी डॉ. कविता मीणा समेत अन्य चिकित्सक और अधिकारी उपस्थित रहे।