अमेरिकी सरकार का आंशिक शटडाउन लगातार छठे दिन भी जारी है, क्योंकि फंडिंग बिल को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक नेताओं के बीच गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे को इस गतिरोध के लिए जिम्मेदार ठहरा रही हैं, जिसका सीधा असर लाखों सरकारी कर्मचारियों पर पड़ रहा है, जो बिना वेतन के घर पर बैठने को मजबूर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह राजनीतिक खींचतान अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कमजोर कर रही है और मंदी एवं महंगाई के जोखिम को बढ़ा रही है।
ट्रंप ने डेमोक्रेट्स को ठहराया जिम्मेदार, कर्मचारियों को बर्खास्त करने की धमकी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस शटडाउन के लिए सीधे तौर पर डेमोक्रेट्स पर तीखी आलोचना की है। संवाददाताओं से बात करते हुए, ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग बहुत से लोगों की नौकरियों को जोखिम में डाल सकते हैं।
ट्रंप सरकार का मानना है कि शटडाउन के दौरान सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने (फायरिंग) से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। जब उनसे पूछा गया कि संघीय कर्मचारियों को कब हटाया जाएगा, तो ट्रंप ने धमकी देते हुए कहा कि डेमोक्रेट्स की जिद के कारण "बहुत से लोगों की नौकरियों को नुकसान पहुंच सकता है।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस विभाग के कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है। यह धमकी डेमोक्रेट्स पर दबाव बनाने की ट्रंप की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।
राजनीतिक गतिरोध: अर्थव्यवस्था पर भारी
शटडाउन के बढ़ने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि संसद के दोनों सदन—सीनेट और प्रतिनिधि सभा—में रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेट्स के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। दोनों पक्षों की मांगों में मूलभूत अंतर है:
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डेमोक्रेट्स की मांग: डेमोक्रेटिक नेताओं की मांग है कि पार्टी हेल्थ इंश्योरेंस सब्सिडी को जारी रखे। सदन के नेता हकीम जेफ्रीज ने कहा है कि पिछले सोमवार से रिपब्लिकन नेताओं के साथ कोई सार्थक बातचीत नहीं हुई है, और उन्होंने राष्ट्रपति के व्यवहार को 'कायरतापूर्ण' बताया। अन्य डेमोक्रेट नेताओं का तर्क है कि यदि स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी खत्म की जाती है, तो लाखों अमेरिकी लोगों के लिए इलाज कराना महंगा हो जाएगा।
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ट्रंप/रिपब्लिकन की रणनीति: ट्रंप प्रशासन मौजूदा खर्च के स्तर को बनाए रखने और अन्य मदों में कटौती करने का प्रयास कर रहा है। ट्रंप का मानना है कि नौकरियों और परियोजनाओं पर बढ़ता खतरा डेमोक्रेट्स को फंडिंग बिल पर झुकने के लिए मजबूर कर सकता है।
लंबे शटडाउन का खतरा
दोनों पार्टियों के बीच जारी राजनीतिक खींचतान अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाल रही है। लंबे समय तक शटडाउन रहने से देश में मंदी और महंगाई का जोखिम बढ़ जाता है, क्योंकि सरकारी कार्यों में देरी होती है और लाखों कर्मचारियों की खर्च करने की शक्ति कम हो जाती है।
डेमोक्रेट्स आरोप लगा रहे हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप जानबूझकर स्वीकृत वित्तपोषण को रोक रहे हैं। डेमोक्रेटिक नेताओं का मानना है कि अगर यह टकराव इसी तरह चलता रहा, तो अमेरिका को इतिहास के सबसे लंबे शटडाउन का सामना करना पड़ सकता है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक सेवाओं पर गंभीर परिणाम होंगे। सदन के स्पीकर ने भी अमेरिका की वर्तमान स्थिति को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है। इस बीच, लाखों अमेरिकी कर्मचारी और उनके परिवार राजनीतिक गतिरोध खत्म होने और अपने वेतन बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं।