बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी के मंडुवाडीह चौराहे के पास स्थित विराट एमएस अपार्टमेंट में रविवार सुबह एक गंभीर घटना घटी, जब पांचवीं मंजिल से एक चैनल लिफ्ट अचानक नीचे गिर गई। इस हादसे में पीसीएस अधिकारी की पत्नी नलिनी श्रीवास्तव और एक घरेलू सहायिका गीता देवी घायल हो गईं। गीता देवी के पैर में फ्रैक्चर हो गया, जबकि अन्य लोग जैसे हॉस्पिटल संचालक डॉ. प्रत्यूष रंजन, उनकी पत्नी डॉ. सौम्या श्रीवास्तव, उनके साले अनुभूति श्रीवास्तव और तीन बच्चे बाल-बाल बच गए, हालांकि सभी को मामूली चोटें आईं। यह घटना सुबह करीब 9 बजे हुई थी।
लिफ्ट गिरने का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें लिफ्ट की खराबी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। तीन महीने से लिफ्ट में लगातार दिक्कतें आ रही थीं, लेकिन इन समस्याओं को ठीक नहीं किया गया। इसके अलावा दिसंबर में ही लिफ्ट के एनुअल मेंटीनेंस कांट्रैक्ट (एमएसी) की अवधि खत्म हो गई थी। लिफ्ट की खराबी के बावजूद किसी प्रकार का सुधार नहीं किया गया था। घटना के समय लिफ्ट 10वीं मंजिल से नीचे आ रही थी और आठवीं मंजिल पर रुकने के बाद उसमें सवार लोग नीचे की मंजिल पर जाने के लिए चढ़े थे।
लिफ्ट के चैनल का काम बंद होने के कारण लिफ्ट तेजी से नीचे जाने लगी, और पांचवीं मंजिल पर पहुंचने के बाद जोरदार आवाज आई। इसके बाद लिफ्ट तुरंत ग्राउंड फ्लोर पर गिर गई। गार्ड ने यह आवाज सुनी और दौड़कर लिफ्ट से घायल लोगों को बाहर निकाला। इस हादसे में गीता देवी को गंभीर चोटें आईं, और वह दर्द से कराह रही थीं।
लिफ्ट के बारे में बताया गया है कि यह करीब 13 साल पुरानी है और इसमें सेफ्टी फीचर्स की कमी थी। डॉ. प्रत्यूष रंजन के अनुसार, ओमेगा कंपनी के मेंटेनेंस विभाग से बात करने पर यह जानकारी मिली कि लिफ्ट की मरम्मत में कोई ध्यान नहीं दिया गया था, जबकि पिछले तीन महीने से सोसायटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसकी शिकायत की जा रही थी। कई बार लिफ्ट में खराबी आई थी, लेकिन इन समस्याओं को नजरअंदाज किया गया था।
विराट एमएस में तीन टॉवर और 250 फ्लैट्स हैं, और यहां रहने वाले लोग लिफ्ट के नियमित मेंटेनेंस की मांग कर रहे हैं। डॉ. प्रत्यूष ने बताया कि मेंटेनेंस शुल्क के नाम पर भारी रकम ली जाती है, लेकिन लिफ्ट की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब अपार्टमेंट में लोग डर के साये में रहने को मजबूर हैं, और अधिकांश लोग सीढ़ियों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस घटना के बाद, बिल्डर लोकेश गुप्ता ने कहा कि लिफ्ट गिरने की घटना तकनीकी कारणों से हुई थी। उन्होंने दावा किया कि लिफ्ट में शॉक ऑर्जाबर से हल्का झटका लगा था, जिसके कारण एक महिला को मामूली चोटें आईं, और उनका इलाज कर लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि बिल्डिंग के मेंटेनेंस के लिए रखे गए फंड से हर महीने लिफ्ट की जांच की जाती है, और नवंबर महीने में भी लिफ्ट की जांच की गई थी।