मुंबई, 11 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के बाद एक बार फिर INDIA ब्लॉक की एकजुटता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दिल्ली के नतीजों के बाद ममता बनर्जी ने भी कहा कि वे 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेंगी। इस पर शिवसेना उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दिल्ली में कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC प्रमुख ममता बनर्जी की पार्टी राज्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव हमेशा अकेले लड़ती आ रही हैं। लेकिन मेरा मानना है कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में INDIA ब्लॉक से नाता तोड़ लिया है। हालांकि, केंद्र में वे गठबंधन का हिस्सा हैं। इस नाते उन्हें कांग्रेस पार्टी से एक बार जरूर बात करनी चाहिए। कांग्रेस गठबंधन का सबसे बड़ा दल है। दिल्ली चुनाव में हार के बाद केजरीवाल के पंजाब के मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की बैठक को लेकर राउत ने कहा, दिल्ली आम आदमी पार्टी का मुख्यालय है। पार्टी की पूरी गतिविधि यही से चलती है। इसलिए दिल्ली में बैठक करने पर सवाल नहीं करना चाहिए।
TMC सूत्र ने सीएम ममता बनर्जी के हवाले से कहा, ‘कांग्रेस ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की मदद नहीं की। हरियाणा में AAP ने कांग्रेस की मदद नहीं की। इसी वजह से भाजपा दोनों राज्यों में जीत गई। सभी को एक साथ होना चाहिए, लेकिन बंगाल में कांग्रेस का कुछ भी नहीं है। इसलिए अकेले चुनाव लड़ेंगे। साथ ही, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कहा कि गठबंधन को साथ बैठकर सोच-समझकर आगे बढ़ने की जरूरत है। कांग्रेस हमेशा सहमति से आगे बढ़ने की कोशिश करती है। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि कभी-कभी गठबंधन में समस्याएं आती हैं। सिब्बल ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के चलते महागठबंधन को बहुमत नहीं मिल पाया था। वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 9 जनवरी को इंडिया गुट खत्म करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद इसकी कोई बैठक नहीं हुई। यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही था तो इसे खत्म कर देना चाहिए। इसके पास न कोई एजेंडा है और न ही कोई लीडरशिप।